MP Board Bridge Course pdf download

What is the Bridge Course ?

When a student moves from one level to another, many immediate situations change and the student naturally faces challenges in studying at the new level. To help them adapt their academic abilities, they are introduced to some suitable study materials from the beginning so that understanding the academic content at their next level can be easier. This is called a “bridge course.”

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ब्रिज कोर्स क्या है ?

जब कोई छात्र एक स्तर से दूसरे स्तर में प्रवेश करता है तब बहुत सी तात्कालिक परिस्थितियाँ बदल जाती हैं एवं छात्र को नए स्तर पर जाकर अध्ययन करने में स्वभाविक रूप से समस्याओं का सामना करना पड़ता है । तब उसकी अकादमिक क्षमता को अनुकूल बनने के लिए कुछ स्वाभाविक पाठ्य सामग्री से परिचित कराया जाता है , ताकि उसे अपने अगले स्तर में अकादमिक content को समझने में आसानी हो सकती है । इसे ही ब्रिज कोर्स कहा जाता है ।

ब्रिज कोर्स क्यों आवश्यक है ?

छात्र को एक स्तर से दूसरे स्तर पर प्रवेश करने में कोई समस्या ना हो बल्कि आवश्यक content को समझकर वह अपने अगले स्तर के पाठ्यक्रम को भलीभाँति समझ सके , इस हेतु ब्रिज कोर्स आवश्यक है । भारत के विभिन्न राज्यों में एनसीईआरटी के अनुरूप पाठ्यक्रम को पुनरसंयोजित करने की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है । मध्यप्रदेश में भी इस दिशा में कार्य प्रगति पर है । नयी शिक्षा पद्धति NEP 2020 के अनुरूप भविष्य में भी सारी प्रक्रियाएं पूरे देश में समान हो जाएंगे किन्तु प्रत्येक राज्य की परिस्थितियाँ अलग अलग होती हैं, इस कारण प्रत्येक राज्य के शिक्षा बोर्ड कुछ आंशिक संशोधन करते हुए एकसमान शिक्षा पद्धति लागू कर रहे हैं । इस समस्त प्रक्रियात्मक कार्यवाही में ब्रिज कोर्स अत्यंत आवश्यक है ।

ब्रिज कोर्स कब आवश्यक हैं ?

स्कूली शिक्षा मे प्रारम्भिक स्तर से लेकर उच्च शिक्षा तक अनेक स्तर होते हैं :

  1. प्रारम्भिक स्तर : कक्षा 1 से 5
  2. माध्यमिक स्तर : कक्षा 6 से 8
  3. उच्च माध्यमिक स्तर : कक्षा 9 से 12

सबसे पहले स्तर से दूसरे स्तर में जब कोई छात्र जाता है तब पाठ्यचर्या Curriculum एवं अन्य परिस्थितियाँ बदल जाती हैं , इन बदली परिस्थितियों को छात्र के अनुकूल बनाने के लिए एक विशेष पाठ्यक्रम तैयार किया जाता है । इससे बच्चों के अधिगम को सुगम बनने के लिए ब्रिज कोर्स आवश्यक है ।

प्रथम ब्रिज कोर्स : कक्षा 6 में

स्कूल एजुकेशन में प्रारंभीक स्तर कक्षा 1 से 5 तक होता है । कक्षा 5 उत्तीर्ण करने के बाद जब बच्चा कक्षा 6 में जाता है तब वह बाल्यावस्था के द्वितीय चरण में प्रवेश करता है । तब उसे नई परिस्थितियों में ढालने एवं एजुकेशन लेवल को सक्षम बनने के लिए ब्रिज कोर्स से गुजरना पड़ता है , ताकि वह नई परिस्थिति में असहज महसूस न करे । इसे कक्षा 6 वी के सत्र के प्रारम्भिक दिनों में पूर्ण किया जाता है । इसे कक्षा 6 के लिए ब्रिज कोर्स कहा जाता है । इसमे मुख्य रूप से 3 विषय समाहित होते हैं :

  1. हिन्दी HIndi
  2. अंग्रेजी English
  3. गणित Mathematics

द्वितीय ब्रिज कोर्स : कक्षा 9 में

स्कूल एजुकेशन के माध्यमिक स्तर को पूर्ण करने के बाद जब छात्र उच्च माध्यमिक स्तर के लिए तैयार होता है , अर्थात जब छात्र कक्षा 8 से 9 में प्रवेश करता है तब वह किशोरावस्था में प्रवेश करता है और उसकी कंपनी बदल जाती है और उसे एक नए माहौल में जाना होता है , जहां उसे जीवन की आवश्यक कौशलों को सीखने के लिए प्रेरित किया जाता है । अतः उसकी अधिगम् प्रक्रिया अनुकूल हो सके , तब उसे इस स्तर के प्रारम्भिक दिनों अर्थात सत्र के प्रारम्भ के माह में ब्रिज कोर्स से गुजरना होता है । हम इस लेख में इसी स्तर पर चर्चा करेंगे । इस स्तर में भी मुख्य रूप से तीन विषयों को समाहित किया गया है :

  1. हिन्दी HIndi
  2. अंग्रेजी English
  3. गणित Mathematics

छात्र का स्तर जानने के लिए परीक्षण आवश्यक हो जाता है कि उसे कितना आता है । इसके लिए बेसलाइन टेस्ट लिया जाता है । और जब यह ब्रिज कोर्स समाप्त हो जाता है तब एण्डलाइन टेस्ट लिया जाता है। इस एंडलाइन टेस्ट से confirm हो जाता है कि अब उसके लिए निर्धारित पाठ्यक्रम प्रारंभ करने के लिए उसकी मनः स्थिति कैसी है ?

Baseline Test Paper 2023-24

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ब्रिज कोर्स से संबंधित आम प्रश्न (FAQs):

प्रश्न 1: ब्रिज कोर्स क्यों आवश्यक है?

उत्तर : ब्रिज कोर्स छात्रों को एक शैक्षिक स्तर से दूसरे स्तर में बदलते समय समस्याओं का सामना करने में मदद करता है। यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि छात्र नए स्तर के पाठ्यक्रम को सही तरीके से समझ सके और उसकी शैक्षिक क्षमता को अधिकारित बनाता है।

प्रश्न 2: ब्रिज कोर्स कैसे काम करता है?

उत्तर : ब्रिज कोर्स नए स्तर के छात्रों को प्रारंभ से ही विशेष रूप से तैयार की गई अध्ययन सामग्री प्रदान करता है, जिससे उन्हें नए शैक्षिक स्तर के सामग्री को आसानी से समझने में मदद मिलती है।

प्रश्न 3: कौन कौन से छात्र ब्रिज कोर्स का लाभ उठा सकते हैं?

उत्तर : ब्रिज कोर्स का लाभ वे छात्र उठा सकते हैं जो एक शैक्षिक स्तर से दूसरे स्तर पर प्रवेश कर रहे हैं, जैसे कि स्कूल से कॉलेज या कॉलेज से विश्वविद्यालय।

प्रश्न 4: क्या ब्रिज कोर्स विभिन्न राज्यों में अलग-अलग होता है?

उत्तर : हाँ, विभिन्न राज्यों में शैक्षिक पद्धतियाँ विभिन्न हो सकती हैं, इसलिए कुछ राज्य अपने शैक्षिक सिस्टम को एकीकृत करने के लिए ब्रिज कोर्स का उपयोग कर रहे हैं।

प्रश्न 5: क्या NEP 2020 के अनुसार ब्रिज कोर्स का प्रयोग हो रहा है?

उत्तर : हाँ, NEP 2020 के अनुसार, भविष्य में शिक्षा पद्धतियाँ देशभर में समान होंगी, लेकिन वर्तमान में प्रत्येक राज्य की अपनी शैक्षिक प्राथमिकताएं होती हैं, इसलिए ब्रिज कोर्स का प्रयोग आवश्यक है।

प्रश्न 6: प्रारम्भिक ब्रिज कोर्स क्या है?

उत्तर : प्रारम्भिक ब्रिज कोर्स है कक्षा 6 के छात्रों के लिए, जो कक्षा 5 को पूरा करने के बाद उच्च प्राथमिक स्तर से माध्यमिक स्तर में प्रवेश करते हैं। इसका उद्देश्य नए शैक्षिक स्तर के साथ उनकी स्मूद्ध रूप से अनुकूलन करना है ताकि वे नयी परिस्थितियों को सहजता से समझ सकें।

प्रश्न 7: प्रारम्भिक ब्रिज कोर्स में कौन-कौन से विषय होते हैं?

उत्तर : प्रारम्भिक ब्रिज कोर्स में मुख्य रूप से तीन विषय होते हैं: हिन्दी, अंग्रेजी, और गणित।

प्रश्न 8: एंडलाइन टेस्ट क्या होता है?

उत्तर : एंडलाइन टेस्ट एक प्रकार का परीक्षण होता है जो कक्षा 9 के छात्रों के लिए आयोजित किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य छात्र के ज्ञान का मूल्यांकन करना है और उनके शैक्षिक स्तर को निर्धारित करना है।

प्रश्न 9: एंडलाइन टेस्ट क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर : एंडलाइन टेस्ट छात्र के स्तर को जानने के लिए आवश्यक होता है और उसे उच्च माध्यमिक स्तर के पाठ्यक्रम के अनुकूल करने में मदद करता है। यह सुनिश्चित करता है कि छात्र नए स्तर के पाठ्यक्रम को सही तरीके से समझ सकते हैं।

Qn 10. what is bridge course in school ?

Ans : A bridge course in school is a program or set of lessons that helps students transition smoothly from one educational level to another, ensuring they are well-prepared for the new curriculum and learning environment.

Qn 11. What is an example of a bridge course?

Ans: An example of a bridge course is when students transition from primary school (grades 1-5) to middle school (typically starting at grade 6). To help students adapt to the new academic level, schools may offer a bridge course that introduces them to the subjects and skills they will encounter in middle school, such as mathematics, language arts, and other core subjects. This bridge course helps ease the transition and ensures that students are better prepared for the challenges of the higher grade level.

Qn 12. What is bridge course after 10th?

Ans: A bridge course after 10th grade typically serves as a preparatory program to help students transition from secondary education to higher secondary or pre-university education. In many educational systems, students face a significant shift in the complexity and depth of subjects after completing the 10th grade. To bridge this gap, schools or institutions may offer bridge courses that focus on key subjects like mathematics, science, and language to ensure students are well-prepared for the more advanced curriculum they will encounter in 11th and 12th grades. These bridge courses aim to enhance students’ understanding and readiness for the challenges of higher secondary education.

Qn 13. ब्रिज कोर्स का उदाहरण क्या है?

Ans: एक ब्रिज कोर्स का उदाहरण है जब छात्र 10वीं कक्षा को पूरा करके उच्च माध्यमिक शिक्षा में प्रवेश करता है। इस माध्यमिक स्तर से उच्च माध्यमिक स्तर की ओर जाने के बाद छात्रों के लिए सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया जा सकता है। इन ब्रिज कोर्स का उद्देश्य छात्रों को नए पाठ्यक्रम और शिक्षा परिवेश से अच्छी तरह से तैयार करना है, ताकि वे 11वीं और 12वीं कक्षाओं में आने वाले उच्चतम माध्यमिक शिक्षा के चुनौतियों के लिए अच्छी तरह से तैयार हो सकें। इन ब्रिज कोर्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों की समझ और तैयारी को बढ़ावा देना है जो उन्हें उच्च माध्यमिक शिक्षा के चुनौतियों के लिए सजीव बनाता है।

Qn 14. ब्रिज कोर्स में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं?

Ans: ब्रिज कोर्स में आमतौर पर मुख्य रूप से वे सब्जेक्ट होते हैं जो छात्रों को उनके अगले शैक्षिक स्तर के पाठ्यक्रम के लिए तैयार करने में मदद करते हैं। इनमें निम्नलिखित सब्जेक्ट्स शामिल हो सकते हैं:

गणित: यह सब्जेक्ट अक्सर ब्रिज कोर्स का हिस्सा होता है, क्योंकि गणित छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण सब्जेक्ट होता है जो उनके आगामी शैक्षिक सफलता के लिए आवश्यक होता है।

हिन्दी: भाषा कौशल और साहित्यिक ज्ञान को मजबूत करने के लिए हिन्दी का अध्ययन ब्रिज कोर्स में महत्वपूर्ण हो सकता है।

अंग्रेजी: अंग्रेजी भी अक्सर एक महत्वपूर्ण सब्जेक्ट होता है, जो छात्रों के साहित्यिक और भाषा कौशल में सुधार करता है।

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